गरुड़ पुराण श्लोक अर्थ सहित | Garud Puran PDF In Hindi
गरुड़ पुराण सारोद्धार – Garud Purana Book PDF Free Download श्लोक अर्थ सहित श्रीभगवान् बोले-हे पक्षीन्द्र! सुनो, मैं उस यममार्गके विषयमें कहता हूँ, जिस मार्गसे पापीजन नरककी यात्रा करते हैं और जो सुननेवालोंके लिये भी भयावह है॥ १३ ॥ ये हि पापरतास्ताक्ष्य दयाधर्मविवर्जिताः । दुष्टसङ्गाश्च सच्छास्त्रसत्संगतिपराङ्मुखाः॥१४॥ आत्मसम्भाविताः स्तब्धा धनमानमदान्विताः। आसुरं भावमापत्रा दैवीसम्पद्विवर्जिता:॥ १५॥ अनेकचित्तविभ्रान्ता मोहजालसमावृताः […]
गरुड़ पुराण श्लोक अर्थ सहित | Garud Puran PDF In Hindi Read More »