ब्रह्मचर्य ही जीवन है | Bramhacharya Hi Jeevan Hai PDF
ब्रह्मचर्य ही जीवन है – Bramhacharya Hi Jeevan Hai Book/Pustak PDF Free Download ब्रह्मचर्य की महिमा(Importance) न तपस्तप इत्याहुर्ब्रह्मचर्य्य तपोत्तमम् । ऊर्ध्वरेता भवेद् यस्तु स देवो न तु मानुपः ॥ १ ॥ भगवान् कैलाशपति शंकर कहते है:- “ब्रह्मचर्य अर्थात् वीर्य धारण यही उत्कृष्ट तप है। इससे बढकर तपश्चर्या तीनों लोकों मे दूसरी कोई भी नहीं […]
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