Hindi Books PDF

यह एक हिंदी किताबों का संग्रह है| इस संग्रहमें  1500 से अधिक हिंदी पुस्तक को pdf के स्वरूप में उपलब्ध कराया है जिसको आप मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हो| इस hindi books में धार्मिक, साहित्य, विध्यार्थी के विभिन्न विषय, राज्य और भारत सरकार के डॉक्यूमेंट, परीक्षा के पेपर, योजनाए, फॉर्म, जीवन परिचय, भाषण आदि को PDF में उपलब्ध कराया है.

कुंडलिनी महायोग | Kundalini Mahayoga PDF

कुंडलिनी शक्ति किताब – Kundalini Shakti Book/Pustak PDF Free Download सन्तोष मान लेना पर्याप्त समझ बैठते हैं । परन्तु पाश्चात्य भौतिक वैज्ञानिकों की अन्वेषण-प्रणाली का आधुनिक युग इतने से ही सन्तोष मान लेना पर्याप्त नहीं समझता । इस में सन्देह नहीं कि आधिभौतिक विद्याओं का सूक्ष्माति सूक्ष्म तस्वान्वेत्रण करने के लिए पश्चिम के विद्वान् करोड़ों […]

कुंडलिनी महायोग | Kundalini Mahayoga PDF Read More »

गुरु नानक जी की जनम साखी | Guru Nanak Ji Ki Janam Sakhi PDF

गुरु नानक जी की जनम साखी – Guru Nanak Ji Ki Janam Sakhi Book/Pustak Pdf Free Download यह दोनों गुरु नानक जी के साथ रहा करते थे इन्हों ने गुरु लीला देखी है। आप उनको निमंत्रण दें। यह आप को गुरु कथा सम्पूर्ण सुनायेंगे। यह सुन कर गुरु अंगद देव जी ने बाले का ध्यान

गुरु नानक जी की जनम साखी | Guru Nanak Ji Ki Janam Sakhi PDF Read More »

एकग्रता की दिव्य शक्ति | Power of Concentration PDF In Hindi

एकग्रता और दिव्य शक्ति | Ekagrata Or Divya Shakti Book/Pustak Pdf Free Download विचारकी क्रिया, उसकी रचना और उससे काम लेनेको यथार्थ रीतिकी व्याख्याका क्रम-वद्ध शिक्षाके रूपमें बड़ा अभाव है। मानसिक विद्या और रहस्य-विद्याके विद्यार्थी अपने उत्कर्ष विशाल मार्गमें इस बिपयके अभावको एक बहुत बड़ा बाधक समझते हैं। इस लिए यह प्रायः निश्चित प्रतीत होता

एकग्रता की दिव्य शक्ति | Power of Concentration PDF In Hindi Read More »

ज्योतिष श्याम संग्रह | Jyotish Shyam Sangrah PDF

ज्योतिष श्याम संग्रह – Jyotish Shyam Sangrah Book Pdf Free Download आज्यं मधु सलवर्ण दां दृश्या मुखी भवेत् । दुग्यकर्षर पुष्पेश ताम्रपा प्रपूरयेत् ॥५०॥ तस्य दोषस्य शंत्यर्षे कुर्यात्रात विचारणा । न करोति यदा दान में वे भवति ध्रुवम् ॥ ५१ ॥ राहु,सूर्य, चन्द्रमा, मङ्गन्छ, शनैचर इन यहाँका पञ्च वीजाक्षरों करके जप रवाये पीछेसे निःसंशय जप

ज्योतिष श्याम संग्रह | Jyotish Shyam Sangrah PDF Read More »

मंत्र योग | Mantra Yoga PDF In Hindi

योग मंत्र – Yoga Mantra Book PDF Free Download मंत्र सिद्धिके १६ अंको भावना की महत्ता का प्रतिपादन करते हुए भगवान ने कहा है “जो मुझे जिस प्रकार से मजते हैं, उन्हें में उसी प्रकार से फल देता हूँ । हे पार्थ ! किसी भी जोर से हो, मनुष्य मेरे ही मार्ग में अT मिलल

मंत्र योग | Mantra Yoga PDF In Hindi Read More »

क्या करें क्या न करें | Kya Kare Kya Na Kare PDF

क्या करें क्या न करें – Kya Kare Kya Na Karen Book PDF Free Download ४. नाभिसे नीचे बायें हाथसे और नाभिसे ऊपर दाहिने हाथसे काम लेना चाहिये। अतः शीचके बाद बायें हाथ से शुद्धि करनी चाहिये। ५. जलके भीतरकी, देवालयकी, बाँबीकी, चूहेद्वारा इकट्ठी की गयी, शौचसे बची हुई, रास्तेकी, श्मशान- भूमि की, ऊसर भूमिकी,

क्या करें क्या न करें | Kya Kare Kya Na Kare PDF Read More »

कुरान शरीफ | Quran Sharif PDF In Hindi

कुरान शरीफ हिंदी में पढ़ना है – Quran Sharif Book/Pustak PDF Free Download कुरान पर एक एक द्रष्टि सर्वशक्तिमान, सारससार का स्वामी, सृजन-पालन-संहार का एकमात्र अधिकारी, जगदीश्वर, परमेश्वर अथवा खुदा एक ही है, यह आस्तिक जगत में सबको मान्य है । उसी प्रकार जीव और ईश्वर के सम्बन्ध तथा एक प्राणी का दूसरे से सम्बन्ध समझते

कुरान शरीफ | Quran Sharif PDF In Hindi Read More »

तंत्र विज्ञान और साधना | Tantra Vigyan Aur Sadhana PDF

तंत्र विज्ञानं और साधना – Tantra Vigyan Aur Sadhana Book/Pustak PDF Free Download कोई भी सिद तान्िक न सोकको शिष्म बनन म समको समन प्रक्रिया सिखासे और न सिखाने के लिये किसीको स्वयं बुलाते। जो साधक शिष्य स्वयं उनके पास जाता है, उसे वे प्रथम दृष्टिें ही परख लेते हैं कि यह योग्य शिष्य हो

तंत्र विज्ञान और साधना | Tantra Vigyan Aur Sadhana PDF Read More »

रमण महर्षि | Raman Maharshi Book PDF In Hindi

रमण महर्षि एवं आत्म ज्ञान का मार्ग – Raman Maharshi PDF Free Download जीव सोग सामान का समारोह दी हपुर हैं । यार रिन विय ने नटरावल, वर्षात् विश्व की सृष्टि और प्रसव के साृत्य के रूप में, अपने भक्तो को दर्शन दिवे ये पाद १८७९ को इसी दिन मौलि के समय दक्षिण भारत में

रमण महर्षि | Raman Maharshi Book PDF In Hindi Read More »

हिन्दू धर्म | Hindu Dharm PDF

हिन्दू धर्म ग्रंथ – Hindu Dharm Book/Pustak Pdf Free Download हिन्दू धर्म की सार्वभौमिकता ऐतिहासिक युग के पूर्व के केवल तीन ही धर्म आज संसार में प्रचालत हैं-हिन्दू धर्म, पारसी धर्म और यहूदी धर्म। ये तीनों धर्म अनेकानेक प्रचण्ड आघातों के पश्चात् मी लुप्त न होकर आज भी जीवित हैं- यह उनकी आन्तरिक शक्ति का

हिन्दू धर्म | Hindu Dharm PDF Read More »

जैन मंत्र ग्रंथ | Jain Tantra Shastra PDF In Hindi

जैन तंत्र शास्त्र – Jain Tantra Shastra Book/Pustak PDF Free Download चौकी पर रेशमी वस्त्र बिछाकर उस पर यन्न की ख प्राण-प्रतिष्ठा करे । तदुपरान्त पत्र के ऊवर गोी पुण्यतनाथ तीर्षकर वी मूर्ति स्थापित कर, पञ्चामृत-अभिषेक से यन्त्र को पूजा कर, १०८ पुषण्यो द्वारा पूर्वोक्त थी पुष्पदवनाथ तीर्थकर के अनाहत मन्त्र का, किसी शुभ दिन

जैन मंत्र ग्रंथ | Jain Tantra Shastra PDF In Hindi Read More »

अंग्रेजी-हिंदी शब्दकोष | English To Hindi shabdkosh PDF

राजभाषा अंग्रेजी-हिंदी शब्दकोष – English To Hindi shabdkosh Book/Pustak Pdf Free Download मां-भारती की अर्चना में सुमन-अर्पण के विधि-विधान में वैविष्य हो सकता है, किन्तु अर्चना अर्चना है और इसी अर्चना-अर्पण के मन ने शब्द-निर्माण का पथ अपनाया था पच्चीस वर्ष पूर्व । उन दिनों वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग शिक्षा मंत्रालय में कार्यरत था

अंग्रेजी-हिंदी शब्दकोष | English To Hindi shabdkosh PDF Read More »

भगत सिंह और उनके साथियों के दस्तावेज PDF

Bhagat Singh Aur Unke Sathiyo Ke Dastavez PDF Free Download भगत सिंह के सम्पूर्ण दस्तावेज  ताकत न हो तो हमे बेहिचक दरवाजा बन्द करके उनको जिन्दा जन्मा देना चाहिए। ईश्वर ने हिन्दुस्तान के राज्य का पट्टा नाम-पत्र पर लिखकर विदेशियों को तो नहीं दिया है। शिवाजी महाराज ने उनको अपनी जन्मभूमि में बाहर देखने की

भगत सिंह और उनके साथियों के दस्तावेज PDF Read More »

निरोग जीवन का राजमार्ग | Way To Live Healty Life PDF

निरोग जीवन का राजमार्ग – Nirog Jeevan Ka Rajmarg Book/Pustak PDF Free Download हमारे शरीर की रचना ही कुछ ऐसी बनाई गई है कि अवांछनीय विजातीय द्रव्यों, संवित विषो, गंदी वस्तुओं या विषैले पदार्थों को मित्र-भिन्न द्वारों से निकालकर बाहर करती रहती है। हमारी छोटी-मोटी भूली-जैसे खानपान का असंयम, अत्यधिक थकान, चलते-फिरते. उपरो-पेठले जीवन शक्तियों

निरोग जीवन का राजमार्ग | Way To Live Healty Life PDF Read More »

गरुड़ पुराण श्लोक अर्थ सहित | Garud Puran PDF In Hindi

गरुड़ पुराण सारोद्धार – Garud Purana Book PDF Free Download श्लोक अर्थ सहित श्रीभगवान् बोले-हे पक्षीन्द्र! सुनो, मैं उस यममार्गके विषयमें कहता हूँ, जिस मार्गसे पापीजन नरककी यात्रा करते हैं और जो सुननेवालोंके लिये भी भयावह है॥ १३ ॥ ये हि पापरतास्ताक्ष्य दयाधर्मविवर्जिताः । दुष्टसङ्गाश्च सच्छास्त्रसत्संगतिपराङ्मुखाः॥१४॥ आत्मसम्भाविताः स्तब्धा धनमानमदान्विताः। आसुरं भावमापत्रा दैवीसम्पद्विवर्जिता:॥ १५॥ अनेकचित्तविभ्रान्ता मोहजालसमावृताः

गरुड़ पुराण श्लोक अर्थ सहित | Garud Puran PDF In Hindi Read More »

error: Content is protected !!