संत वाणी अंक | Sant Vani Ank PDF
संत वाणी अंक | Sant Vani Ank Book/Pustak Pdf Free Download पुस्तक का एक मशीनी अंश श्रीमहादजी कहते हैं-हापीमें भी विष्णु, सर्पमें मी विष्णु, जलमें भी विष्णु और अविमें भी भगवान् विष्णु ही हैं । दैत्वपते ! आपमें भी विष्णु और मुझमें भी विष्णु हैं, विष्णुके बिना दैत्यगणकी भी कोई सत्ता नहीं है । मैं […]
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