तुलसी सुक्ति सुधा | Tulasi Sukti Sudha PDF
तुलसी सुक्ति सुधा – Tulasi Sukti Sudha Book Pdf Free Download पुस्तक का एक मशीनी अंश सुनहु प्रानप्रिय भावत जीका । वेहु एक वर भरतहि टीका । माँग पूसर पर कर जोरी । पुरवहु नाथ मनोरथ मोरी ॥ तापस वेष चिसे पि उदासी । चौदह बरिस रोम बनवासी ॥ सुनि सृष्टि पचन भूप हिय सोकू …