लुई पासचर: रोगों का शत्रु | Louis Pasteur Biography In Hindi

लुई पासचर की जीवनी | Louis Pasteur Book/Pustak PDF Free Download

पुस्तक का एक मशीनी अंश

भेड़िया!

“बच कर रहो! उस पागल भेड़िए से! वो लोगों को काट रहा है !” जब यह खबर अर्बोईस पहुंची तो लोग डर से थर-थर कांपने लगे.

लुई पासचर का परिवार उस समय अर्बोईस में रहता था. उस समय वो आठ साल का था. उसे पता था कि किसी पागल भेड़िये के काटने से लोग और जानवर मर सकते थे.

कुछ दिन बाद उस भेड़िये ने लुई पासचर के पड़ोसी को काटा. लुई ने लोगों को उसके ज़ख्म पर गर्म लोहा लगाते हुए देखा लुई को वो बेहद वहशी लगा. पर उसका पड़ोसी जिंदा बच गया. पर अन्य आठ लोग मारे गए..

लुई उस पागल भेड़िये को कभी नहीं भूला. लुई दिन भर बहुत व्यस्त रहता था. वो अपनी बहनों के साथ खेलता था. वो अपने दोस्तों के साथ मछली पकड़ने जाता था. वो स्कूल भी जाता था.

स्कूल में वो बहुत धीमे-धीमे पर सावधानी से काम करता था. वो हर चीज़ को एकदम सही तरीके से करता था. लुई को चित्र बनाने का शौक था. वो अपने परिव के लोगों और पास-पड़ोसियों के चित्र बनाता था.

लुई ने सोचा कि एक दिन वो आर्टिस्ट बनेगा. पर हाई-स्कूल के प्रिंसिपल को लगा कि लुई एक दिन प्रोफेसर बनेगा. इसलिए लुई बहुत मेहनत से पढ़ा. वो सिर्फ 15 साल का था,

तब वो पेरिस के एक स्कूल में पढ़ने गया. पर उसे वहां घर की बहुत याद आई. जल्द ही उसके पिता उसे वापिस घर ले गए. लुई लगातार पढ़ता रहता.

उसकी विज्ञान में बेहद रूचि थी. जब वो 20 साल का था तब वो एकोल नोर्माले स्कूल में पढ़ने गया. यह स्कूल शिक्षकों के लिए था. इस बार लुई को घर की याद नहीं आई.

अब लुई सही जगह पर था. उसका दिमाग पूरी तरह विज्ञान से भरा था. पर वो कभी-कभी अर्बोईस के उस पागल भेड़िये के बारे में भी सोचता था.

लेखक कैरोल-Kairol
भाषा हिन्दी
कुल पृष्ठ 46
PDF साइज़1.7 MB
Categoryआत्मकथा(Biography)

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