जल चिकित्सा सिद्धांत – Jal Chikitsa Book/Pustak Pdf Free Download

पुस्तक का एक मशीनी अंश
सब सुख वैभव कार्य आदि नारोग्य पर ही निर्म। रोगी मनुष्य को सुबह के समान काट मय जीवन मिवावे हैं। ऐसे अनमोल बारोग्य की रचा समी चाहते हैं परंतु खेद है कि जान मनुष्य समाज शऔपाधि सेवन, आपरेशन, हीका, इंनेक्रान आदि मिथ्या सपचारों द्वारा मीरोग होना चाहता है जो सर्या आसमन है।
क्या प्रकृति के विपरीत साधनों से किसी को आजतक आरोग्य मिला है। नहीं।मैं किसी के दिल दुखाने की गरज से या निदा करने के लिए ऐसा नहीं लिख रहा हूँ न कोई भी मेरे लिखे का युरा माने मैं एक तुच्छ व्यक्ति हूँ।
परतु साथ ही अंतःकरण की प्रयल प्रेरणा से फेवल खोक कल्याण की भावना से यह साहित्य लिख रहा हूँ जाकि सर्व साधारण इसे पढ़कर स्वयं विमा किसी दुवा जाए बिना चौर-फाड़ का अपने व अपने कुटुंबका इलाज खुद ही फरलें शऔर चिकित्सकों को अनावश्क गुलामी व खरचे से मी यच जारये ।
इसके लिए मैं कोई बात न उठा रखूंगा चाहे मुझे गालियां मिलें या प्रशंसा।मैं जिस समय ये पृष्ठ लिख रहा, उस समय मेरी आँखों के सामने ये सभी दुखद व नारकीय हृदय दहलाने वाले, करुण दृश्य दिखाई दे रहे है जिनके स्मरण मात्र से रॉगटे खडे दो जाते हैं ।
इमारी विधवा माताएं व बहनें लाखों करोड़ों की संख्या में विलाप फर रही हैं उन्होंने अस्वामाविक, औषधियों आदि से चिकित्सा के परिणाम स्वरूप अपने पतियोंको खोदिया है-असंख्य मा बाप अज्ञान वश अपनी संतानों को खोकर विलाप कर रहे है-
लाखों करोड़ों व्यक्ति अंधे कूले लंगड़े, कोदी,नपुंसक रोगी हैं और पोर कण्ट सह कर विलाप कर रहे हैं-प्रय, प्लेग, महामारी हैजा मलेरिया आदि में लाखों घर उजड़ रहे हैं । इन बातों को देख कर कौन ऐसा होगा जिसका हृदय न पसीनेगा।
लेखक | युगलकिशोर चौधरी-Yugalkishor Chaudhary |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 60 |
Pdf साइज़ | 1.7 MB |
Category | आयुर्वेद(Ayurveda) |
जल चिकित्सा सिद्धांत – Hydrotherapy Hindi Book/Pustak Pdf Free Download
अच्छी पुस्तक