Ayurveda

Ayurveda Book PDF In Many Languages. This category is a collection of books that are related to Ayurveda and its treatment and medicine. These books are written in Hindi, English, Urdu, Marathi, etc. language and it’s available for free download in PDF format. आयुर्वेद की प्राचीन पुस्तकें pdf. Old Ayurveda books pdf.

होमियोपैथिक चिकित्सा | Homeopathic Practical PDF In Hindi

रोग तथा उनकी होम्योपैथिक चिकित्सा – Homeopathic Chikitsa Book Pdf Free Download पुस्तक का एक मशीनी अंश उत्पन्न होती है और दूसरे अस्थि-स्थानमें चिपक जाती है । मांस- पेशियोंका मध्य घना भाग मासोदर कहलाता है इसके सिरे (अर्यात उत्पन्न होने और मिलनेका स्थान) कंडरा (tendons) कहलाता है। ये बहुत ही मजबूत और चमकीले तन्तु होते है, […]

होमियोपैथिक चिकित्सा | Homeopathic Practical PDF In Hindi Read More »

वन औषधि रत्नाकर | Forest Medicine PDF In Hindi

वनौषधि रत्नाकर – Van Aushadhi Book/Pustak Pdf Free Download पुस्तक का एक मशीनी अंश उनके गोलोकवास के साथ बन्द हो चुका था उसे चालू किया जाय । हम दोनों उनके पुत्रों से इसकी अनु मति लेने इलाहाबाद पहुचे । उन लोगों से सम्पर्क साधा पर वे ऐसी विपुल राशि की माग करने लगे जिये देना

वन औषधि रत्नाकर | Forest Medicine PDF In Hindi Read More »

आरोग्य मंजरी | Arogya Manjari PDF In Hindi

आरोग्य मंजरी – Arogya Manjari Book Pdf Free Download पुस्तक का एक मशीनी अंश भाव स्पष्ट है-स्वस्थ वह है जिसके वात, पित, और कफ तीनों दोष समान हो, पाचकाग्नि मंद विषम या अति न हो, शरीर में रस, रक्त आदि धातुएँ न कम हों न अधिक, मन वाणी आदि शारीरिक तथा मानसिक क्रिया ऐ टीक

आरोग्य मंजरी | Arogya Manjari PDF In Hindi Read More »

उपयोगी चिकित्सा | Important Medical Treatment PDF

जरुरी चिकित्सा – Upayogi Chikitsa Book Pdf Free Download पुस्तक का एक मशीनी अंश अल्पमूल्य और सुगमता से मिलने वाली होती हैं। इसी विचार को लेकर हमने इस उपयोगी चिकित्सा” को लिखने का प्रयत्न किया है। इसमें जन-साधारण के उपयोग में लाने के लिए बहुत सुगम योगों का वर्णन किया गया है । ऐसे बहुत

उपयोगी चिकित्सा | Important Medical Treatment PDF Read More »

अष्टांग हृदयम | Ashtanga Hridayam PDF In Hindi

अष्टांगहृदय – Ashtanga Hridaya Sutrasthana Book/Pustak PDF Free Download अष्टांग आयुर्वेद आयुर्वेदीय वाङ्मय का इतिहास ब्रह्मा, इन्द्र आदि देवों से सम्बन्धित होने के कारण अत्यन्त प्राचीन, गौरवास्पद एवं विस्तृत है। भगवान् धन्वन्तरि ने इस आयुर्वेद को ‘तदिदं शाश्वतं पुण्यं स्वर्ग्यं यशस्यमायुष्यं वृत्तिकरं चेति’ (सु.सू. १९१९ ) कहा है। लोकोपकार की दृष्टि से इस विस्तृत आयुर्वेद

अष्टांग हृदयम | Ashtanga Hridayam PDF In Hindi Read More »

error: Content is protected !!