स्फूर्ति और मस्ती भरा बुढ़ापा – Sfurti Aur Masti Bhara Budhapa PDF Free Download

समय से पहले बुढ़ापा क्यों आए
बुढ़ापा क्यों और कैसे आता है ? इससे निजात कैसे पाई जाए-इस विषय पर आज देश विदेश की विभिन्न शोधशालाओं में गहन अनुसंधान कार्य चल रहे हैं।
अधिकांश मामलों में देखा जाता है कि व्यक्ति की वायोलॉजिकल एज ( कायिक आयु ) उसकी क्रोनोलॉजिकल एज (मियादी आयु ) से बढ़ी चढ़ी होती है । आखिर उसका कारण क्या है ?
बुढ़ापा असमय क्यों आ धमकता है ? इन सभी बातों के सूक्ष्मता से अध्ययन के लिए ‘जरा-विज्ञान अथवा जेरानटोलॉजी’ नामक विज्ञान की अब एक नई शाखा की शुरूआत की गई है,
जिसमें वैज्ञानिक इस बात को खोजते हैं। कि क्या इस स्थिति को कुछ काल तक टाला जा सकता है, किंतु ऐसा तभी संभव है, जब वैज्ञानिक इसके कारणों का पता लगा सकें
इसके पीछे काम करने वाले कारणों को उद्घाटित कर सकें । इस दिशा में प्रयास जारी हैं। कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि शरीर में जल्दी ही अशक्तता के लक्षण प्रकट होने का कारण शरीर कोशाओं में होने वाली म्यूटेशन की प्रक्रिया है ।
इस सिद्धांत के अनुसा म्यूटेशन से प्रभावित कोशाएँ फिर अपनी ही जैसी कोशाओं को जन्म देने लगती हैं, जिनकी क्रियाएँ असामान्य होती हैं, फलतः शरीर में विपरीत लक्षण प्रकट होने लगते हैं ।
एक अन्य मत के अनुसार ऐसा कास लिंकिंग के कारण होता है, जिसमें महत्वपूर्ण अणुओं के बीच बड़े पैमाने पर बंध ( बौण्ड ) का निर्माण हो जाता है । इन बंधों के कारण कोशाएँ आगे अपना सहज-स्वाभाविक क्रियाकलाप जारी नहीं रख पाती और त्वचा, रक्त वाहिनियाँ कठोर बनने लगती हैं ।
लेखक | श्री राम शर्मा-Shri Ram Sharma |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 40 |
Pdf साइज़ | 3.7 MB |
Category | प्रेरक(Inspirational) |