Baba Saheb Dr. Ambedkar Speech Collection PDF In Hindi

‘Baba Saheb Speech’ PDF Quick download link is given at the bottom of this article. You can see the PDF demo, size of the PDF, page numbers, and direct download Free PDF of ‘Ambedkar Speech’ using the download button.

Ambedkar Speech PDF Free Download

Baba Saheb Dr. Ambedkar Speech Collection

अधिकारी, तुर्की और कुर्द सैनिक और अधिकारी साथ सत्य काम करते से।

तुर्की स्कूल में शिक्षा प्राप्त अरब अधिकारी वर्ग सेना और नागरिक पदों पर उन्ही शर्तों पर काम करते थे, जिन परंतु काम करते थे तुकं और, अरबों के बीच सेवाओं में अरबों के उच्चतम पद पर आसीन होने के मार्ग में भी नहीं थी।

राजनीतिक क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि सामाजिक क्षेत्र में भी अरब तुर्क आपस में एक-दूसरे को बराबर मानकर चलते थे अरब तुर्क स्त्री से और तुर्क अरब स्त्री से विवाह करते थे

क्या भ्रातृत्व स्वतंत्रता और समानता पर आधारित अरबों ओर तुर्कों के बीच इस्लामिक भाईचारे से अरबों को संतुष्ट नहीं हो जाना चाहिए था?

कोई कुछ भी कहे. अरब इससे संतुष्ट नहीं थे अरब राष्ट्रवाद ने इस्लाम के इस बंधन को तोड़ दिया और वह अपने ही मुस्लिम बंधुओं से. जो तुर्क थे,

अपनी स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने से नहीं चूके उसे विजय मिली. परंतु तुर्की पूर्णतः खंडित हो गया।

जहां तक चेकोस्लोवाकिया की बात है, चेक और स्लोवाकिया को एक राष्ट्र के रूप में मान्यता देता हुए वह अस्तित्व में आया। कुछ ही वर्षों में स्वालोकों में स्वयं को एक पृथक राष्ट्र होने का दावा जताया।

उन्होंने यह भी स्वीकार नहीं किया कि वे चेक के समान एक ही मूल की शाखा है ।

उनके राष्ट्रवाद ने चेकों को यह तथ्य स्वीकार करने पर बाण्या कर दिया कि वे एक अलग जन-समुदाय है। चेको ने स्लोवाकिया के राष्ट्रवाद को संतुष्ट करने के लिए|

उनकी विशिष्टता दर्शाने वाले एक दिन के तौर पर विभेदात्मक रेखा भी खींच दी। चेकोस्लोवाकिया के बजाए ये घेको स्लोवाकिया पर भी सहमत हो गए।

परंतु इस विमेदात्मक रेखा के बावजूद स्लोवाक राष्ट्रवाद संतुष्ट नहीं हुआ |

लेखक बाबा साहेब आंबेडकर-Baba Saheb Ambedkar
भाषा हिन्दी
कुल पृष्ठ 523
Pdf साइज़156 MB
Categoryइतिहास(History)

Related PDFs

बाबा साहेब डॉ आंबेडकर – Baba Saheb Dr. Ambedkar Volume 15 Book/Pustak Pdf Free Download

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!