युवाओ के लीये बौद्ध | Yuvao Ke Liye Buddh Book/Pustak Pdf Free Download

एक उच्च शासक परिवार में हुआ था। संभवतया उनकी मृत्यु गौतम शैशवकाल में युवावस्था गयी थी गीत का पालन-पोषण महाप्रजापति गौतमी नाम की एक इसकी गौतम के निकट संबंधी आनंद से मिलती है जिन्होंने कहा
[था कि मां की मुत्यु के बाद बालक गौतम का मौसी ने पालन-पोषण किया और अपना दूध पिलाया था। गोतम का जन्म शाक्यों के इताके के मध्य लुम्बिनी में एक 3. शाल बन (वनस्पति शास्त्रीय नाम शोरेआ रोबस्टा) में हुआ था
जिसे शाक्य कुल के लोग पवित्र मानते थे उनकी जन्म तिथि का कोई उल्लेख 1. मिलता। वैसे ज्यादातर इतिहासकार विभिन्न सास्यों और प्रमाणों के आधार पर मानते हैं कि गौतम बुद्ध की मृत्यु ईसा मसीह के जन्म से 483 साल पहले हुई थी।
उन्होंने अपनी मृत्यु से कुछ समय पहले स्वयं कहा या कि वे उस समय 80 वर्ष के हैं। इस आधार पर हम बुद्ध के जन्म के साल की गणना कर सकते हैं : ईसा मसीह के जन्म से 563 वर्ष पहले हमें नहीं पता कि गौतम बुद्ध दिखने में कैसे ये।
लाखों की संख्या में उनके जो चित्र (मूर्तियां आदि) मिलते हैं, वे सब उनकी मृत्यु के बहुत बाद में बनाए गए। बहरहाल, उनके अपने बचनों से हम यह अनुमान लगा सकते हैं कि उनके बाल काले थे, बीस वर्ष की उम्र के बाद उन्होंने दाड़ी बढ़ाई थी, उनका रंग साफ या और शरीर सुगठित।
गौतम के पिता ने उनका लालन-पालन कुलीन शाक्य वोडाओं की परंपरा के अनुरूप किया : कहा जाता है कि जब उनके पिता शाक्य कुल के लोगों के आपसी विवादों पर फैसला करने बैठते थे तब युवक गौतम उनके बगल में बैठा करते थे।
उनके पिता ने उस समय के कुलीन परिवारों के बच्चों को मिलने बाली हर सुख-सुविधा गौतम को उपलब्ध कराने
लेखक | एस . भाट्टाचार्य -S . Bhattacharya |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 56 |
Pdf साइज़ | 3.4 MB |
Category | प्रेरक(Inspirational) |
युवाओ के लीये बौद्ध – Gautam buddha books pdf in hindi Free Download