कक्षा 9 विज्ञान अध्याय 1 एनसीईआरटी | NCERT Class 9 Science PDF In Hindi

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कक्षा 9 विज्ञान अध्याय 1 हमारे आस पास के पदार्थ – Class 9 Science PDF Free Download

मारे आस पास के पदार्थ

पदार्थविश्व में प्रत्येक वस्तु जिस सामग्री से बनी है, उसे पदार्थ कहा जाता है और हमारे आस-पास विद्यमान हर वस्तु में पदार्थ है।

पदार्थ स्थान घेरता है और इसका द्रव्यमान होता है।

कणों के गौतिक गुण पदार्थ कणों से बना है। यह सतत नहीं है।

पदार्थ के कण अत्यंत छोटे होते हैं। पदार्थ के कमों के अभिलागि गुण

पदार्थ के कण निरंतर गति करते हैं। यानि उनके पास गतिज ऊर्जा होती है।

तापमान बढ़ने से कणों की गति तेज हो जाती है क्योंकि कणों की गतिज ऊर्जा बढ़ जाती है।

पदार्थ के कणों के बीच में रिक्त स्थान होता है। जब हम चाय, कॉफी या नीबू पानी बनाते हैं तो एक तरह के पदार्थ के कण दूसरे तरह के पदार्थ के कणों के बीच उपस्थिति रिक्त स्थान में समावेशित हो जाते हैं।

इससे पता चलता है कि पदार्थ के कणों के बीच में पर्याप्त रिक्त स्थान होता है।

पदार्थ के कण एक-दूसरे को आकर्षित करते जब हम पानी के तल को खोलते हैं और पानी की धार को अपनी अंगुली से तोड़ने की कोशिश करते हैं। क्या वह धार टूट जाती है-नहीं क्योंकि पानी की धार जुड़ी रहती है।

इसका यह है पानी के कम एक-दूसरे के साथ आकर्षण बल से जुड़े होते.

पदार्थ के कणों के बीच का रिक्त स्थान और उनकी गतिज ऊर्जा ठोस पदार्थों में सबसे कम होती है द्रव अवस्था में मध्यम और गैसीय अवस्था में अत्यधिक होते हैं।

आकर्षण बल भी ठोस में अत्यधिक, द्रव में मध्यम और गैस में सबसे कम होता है।

गैसीय अवस्था में कणों में गति मध्यम होती है द्रव अवस्था में और न्यूनतम होती है ठोस अवस्था में भी अधिकतम होती है

उदाहरण

● बल लगाने से रबड़ बैंड का आकार बदल जाता है, लेकिन बल हटा लेने से यह पुनः अपने

પૂર્ણ કાર મેં ા ખાતા હૈગાર અવશિવા ન ખાવા ખાધો નતુ કે ફૂટ ખાડા || ● ठोस पदार्थों में कणों की गतिज ऊर्जा न्यूनतम होती है इसलिए ठोस पदार्थों का एक निश्चित

और दृढ़ (rigid) आकार होता है।

शर्करा और नमक जिस बर्तन में रखे जाते हैं उसी बर्तन का आकार ले लेते हैं। लेकिन ये ठोस पदार्थ है क्योंकि क्रिस्टलों का आकार वही रहता है।

● हाथ से दबाकर स्पंज को काफी हद तक संपीडित कर सकते है। लेकिन फिर भी यह ठोस है। कारण यह है कि स्पंज के छिद्रों में हवा भरी होती है, दबाने से हवा बाहर निकल जाती है।

दव अवस्था

(1) दब तरल होते हैं. उनमें बहाव होता है।

(2) द्रव का कोई स्थिर आकार नहीं होता है। वे बर्तन का आकार लेते हैं।

(3) द्रव का निश्चित आयतन होता है।

(4) द्रवों में बहुत कम संपीडन होता है।

● द्रव के कणों का आकर्षण बल, उसका आयतन निश्चित रखता है।

• द्रव जिस बर्तन में रखे जाते है, वह उसी बर्तन का आकार ले लेते है।

● गैसे जैसे ऑक्सीजन (Oxygen) और कार्बन हाइ-ऑक्साइड (CO) पानी में विसरण करती हैं और यही जलीय पौधे व जीव (aquatic plants and animals) पानी में घुली ऑक्सीजन के कारण ही, पानी में साँस ले पाते हैं।

● द्रव अवस्था में विसरण अधिक होता है और ठोस अवस्था में कम होता है क्योंकि कणों में गति द्रव में ज्यादा होती है, और ठोस में कणों की गति कम होती है।

जैसीय अवस्था

(1) गैसों में बहाव होता है।

(2) गैसो में संपीडन अधिक होता है।

(3) गैसों में कोई निश्चित सीमाएं नहीं होती हैं।

(4) गैसों में कोई निश्चित आकार नहीं होता है।

(5) गैसों में कोई निश्चित आयतन नहीं होता है।

गैस में कण इधर-उधर घूमने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र होते हैं.

लेखक
भाषा हिन्दी
कुल पृष्ठ 8
PDF साइज़2 MB
CategoryEducation
Source/Creditsdrive.google.com

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