भारतीय ज्योतिष विज्ञान – Bhartiya Jyotish Vigyan Book/Pustak Pdf Free Download

पुस्तक का एक मशीनी अंश
मरीजों को दवाएं देने लगते है, उसी प्रकार समाज में पूर्णत शिक्षित ज्योतिषी उपलब्ध न होने के कारण अज्ञानी व्यक्ति ही ज्योतिषी का कार्य करने लगते है।
इन व्यक्तियों के द्वारा धन कमाने की प्रवृत्ति के कारण ज्योतिष विज्ञान का वास्तविक स्वरूप सामने नही आता है, परतु यदि गभीरता से सोचे तो आप पाएंगे कि ज्योतिष एक विज्ञान है।
आवश्यकता है इस विज्ञान के पठन-पाठन, प्रयोग-अन्वेषण आदि की उचित व्यवस्था की! ज्योतिष का पर्याप्त ज्ञान रखनेवाले व्यक्ति बहुत कम है, परतु समाज में सभी लोग अपना भूत-भविष्य जानना चाहते है।
ऐसी स्थिति में आवश्यकता आपूर्ति का वही उदाहरण लागू होगा, जो दूध की मॉग अधिक होने पर दूधिया द्वारा दूध में पानी की मात्रा बढ़ाने की प्रवृति को जन्म र देता है।
कनि पत्र एक पुस्तक पढकर कोई भक्ति ज्योतिषी नही दतः सकता है परंतु यह बात अवश्य है कि रूचि स्खनेवाले
सभी व्यक्तियों को नतिष विज्ञान के मूल तत्वों का ज्ञान अवश्य प्राप्त हो जाए तथा हम जातिय को एक विज्ञान रूप मे समझने का प्रयास करे।
यदि ज्योतिष का इतना समान्य ज्ञान आप प्राप्त कर लेते है तो आप साधारण सातो के लिए अ्भंज्ञानी यक्ति के पीछे नही र जाएंगे।
ज्ञान पानवाले ज्योतिषी के संपर्क का सौभाग्य यदि आपको – वास्तव में प्राप्त हो जाए तो निरसदार आप अपने अरा सामान्य ज्ञान की सहायता से उसमानी के शान को समझने में सक्षम होगे लेखक का मानना है
कि जिस प्रकार सभी साक्तियों का भौतिक विज्ञान के मूलभूत सिद्धाता सामाण्य जानकारी आपस उसीभ प्रकार ज्योतिष विज्ञान के भी मुल सिद्धात की जानकारी सभी अ जिशाम व्यक्तियों का होना वसरी शानिक दृष्टिकोण गदर पुस्तक को जारी करने में पाय पान आ
लेखक | रवींद्र कुमार दुबे-Ravindra Kumar Dubey |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 134 |
Pdf साइज़ | 4 MB |
Category | ज्योतिष(Astrology) |
भारतीय ज्योतिष विज्ञान – Bhartiya Jyotish Shastra Book/Pustak PDF Free Download