अंजलि रामकुमार वर्मा लिखित | Anjali Book PDF

अंजलि – Anjali Book/Pustak Pdf Free Download

पुस्तक का एक मशीनी अंश

जीवन की शान्ति सुख में नहीं है। जीवन की शान्ति है वेदना में। इस प्रकार वर्तमान कवियों की कविता में स्वतंत्रता के पूरे ततक्षण हैं संभव है इससे हिन्छी के पुराने प्रेमी शत्रसन हो, किन्तु मेरे विचार से उन्हें अप्रसन्न न होना चाहिए ।

कविता में यह परिवर्तन तो हुआ ही करता है । यह परिवर्तन अभी चाहे रुचिकर न जान पड़े पर आगे चल कर इसका रूप और भी स्पष्ट हो जायगा । दूसरी ओर हिन्दी कवियों को इतनी स्वतंत्रता न जेनी चाहिये कि वे उच्छृङ्गज जान पड़े ।

उन्हें अपनी नई विचार धारा का रूप परिष्कृत कर हिन्दी प्रेमियों के सामने रखना चाहिए । हिन्दी के छाधुनिक आराचार्यों को इस नई धारा का स्वागत करना चाहिए ।

यह बहुत सम्भव है कि इस मुक्त वृत्त के प्रवाह में कई नौसिख हिन्दी पंक्ति लेखकों ने कवि कहलाने के लिए जो कुछ सन में शाया लिख दिया है । इस प्रवृत्ति का रोकना अनिवार्य है मुक्त वृत्त के नाम पर न जाने कितने असफल कवियों ने

भाषा भाव-हीन पंक्तियों लिख कर हिन्दी को कलुपित करना चाहा है पर यह उनका निन्दनीय प्रयास है यही कारण है कि वे चार पांच पृष्ट का मुक्त वृत्त लिखने के बाव किसी पूरे चित्र को पाठकों के सम्मुख नहीं रख सकते |

अब वर्तमान कविता के भाव या विषय पर ध्यान दीजिए। हिन्दी साहित्य के आलोचकों का कथन है कि वर्तमान कविता का नाम छायावादी कविता है । छायावाद का अर्थ रहस्यवाद के अन्तर्गत ही समझना चाहिए ।

रहस्यवाद की विवेचना अत्यन्त मनोरंजक होने पर भी दुःसाध्य है सागर के समान इस विषय का विस्तार विश्व साहित्य भर में फैला हुआ है न जाने कितने कवियों के हृदय से रहस्यवाद की भावना निझर के समान प्रवाहित हुई है, उन्होंने उसके अलौकिक भानन्द का अनुभव कर मौन धारण कर लिया है ।

लेखक रामकुमार वर्मा- Ram Kumar Verma
भाषा हिन्दी
कुल पृष्ठ 75
Pdf साइज़2 MB
Categoryकाव्य(Poetry)

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