नेपोलियन बोनापार्ट जीवनी | Napoleon Bonapart Biography PDF Free Download
पुस्तक का एक मशीनी अंश
बुद्धिमानों का कथन है कि इस संसार में कोई भी क्रिया विना प्रयोजन के नहीं होती । बिना किसी उद्देश्य के एक तिनके का टूटना भी असम्भव है ।
अतुल शक्ति शाली परमात्मा की मृष्टि में कोई अनर्थक बात कैसे हो सक्ती है !
यह कथन और भी अधिक सच प्रतीत होने लगता है जब हम छोटी २ क्रियाओं को छोड़ कर, सं- सार की बड़ी २ क्रियाओं के ऊपर विचार करते हैं ।
विचक्षण लोगों ने बड़े २ यत्र कर के यह सिद्ध करने की चेष्टा की है कि संसार की रंगम्यली में नो अट्टभुत नाटक खेले जाते हैं,
जो आश्चर्यदायक तथा असाधारण घटनायें होती हैं, वे सप्रयोगन हाती हैं-उन्हें निष्प्रयोजन समझना भूल है ।
जिस अवस्था तथा जिस घटना चक्र में उस एक घटना का आना होता है, वहां यह आवश्यक ही होती है, उम के विना वह घटनाचक अंग हीन होने से टीक २ नहीं चल सक्ता, परमात्मा की इच्छा पूरी नहीं हो सक्ती ।
चाहे वह घटना किसी को प्रिय लगे या अप्रिय, उस की आवश्य पता में और सप्रयोजनता में सन्देह नहीं होसक्ता फूल, खिलने से प्रथम, मुकुल के रूप में आता है, यह नियम है ।
किन्नु कौन व्यक्ति चाहता है कि मनोहर पुष्प का स्थान, सौन्दर्य रहित मुकुल लिये रहे, सब यही चाहेंगे कि किसी तरह एक दम फूल खिल जाय और हम उस से आनन्द ले सकें ।
किन्तु ऐसा हो नहीं सक्ता । यदि कल न हो तो फूल खिलने की आशा की उत्पत्ति कैसे हो और अगर आशा न हो तो फूल खिलने से जो आनन्द हो, वह जो आनन्द होता है उम की अपेक्षा आधा भी न रहे ।
लेखक | मुन्शीराम-Munshiram |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 257 |
Pdf साइज़ | 20.2 MB |
Category | आत्मकथा(Biography) |
नेपोलियन बोनापार्ट का जीवन चरित – Napoleon Bonapart Ka Jivan Charita Book PDF Free Download