नागरिक शास्त्र के सिद्धांत तथा भारतीय शासन प्रणाली | Nagrik Shastra ke Siddhant Book/Pustak Pdf Free Download

पुस्तक का एक मशीनी अंश
इस पुस्तक में पाठ्यक्रम की सारी बातें सम्मिलित है, परन्तु इसमें अंग्रेजी लेखकों की लिखी हुई पुस्तकों का शम्वानुवार नहीं किया गया है । विषय प्रवेश को भारत माता की संस्कृति के आधार पर वैज्ञानिक
रुप से समझाने का प्रयत्न किया गया है और यही इस पुस्तक की विशेषता है । भारत के इतिहास में यह ऐसा समय है जब कि जीवन को सारी महत्त्वपूर्ण बातों में परिवर्तन हो रहा है ।
प्राचीन सिद्धान्तों का महत्व कम हो रहा है और नबोन सिद्धान्त समाज में जोर पकड़ रहे हैं वर्तमान स्थिति को पूर्ति के लिये भारत को संस्कृति को एक नया रुप दिया जा रहा है।
विद्यार्थी जो कि भविष्य के नेता है उनको इन बातों का ज्ञान देना आवश्यक है जिससे वो जोवन यात्रा में प्रवेश करने पर नये भारत के नव-निर्माण में हाथ बटायें ।
प्रथम अध्याय में कई धाराएँ जिनके द्वारा राष्ट्रीय कोष को समृद्ध करने का प्रयत्न हो रहा है उनका इसमें वर्णन है । विद्यार्थियों का ध्यान इसको ओर आकर्षित किया गया है
इस संदेश को हर एक ग्राम में पहुंचा कर लोगों को अपनी बचत इन धाराओं में जमा कराने पर जोर दिया गया है परिवार के अध्याय में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि छोटे परिवार में लक्ष्मी का निवास होता है।
बड़ा परिवार दरिद्रता और बीमारी का घर हं । छोटे परिवार में बालकों को अनुशासन की मर्यादा में नागरिकता का पाठ किया जा सकता है । जोवन का बोमा हो जाने से भविष्य भी उज्ज्वल रहता सरकार की स्थापित की हुई है।
लेखक | के.एम कौल-K.M Kaul |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 316 |
Pdf साइज़ | 28.8 MB |
Category | विषय(Subject) |
नागरिक शास्त्र के सिद्धांत तथा भारतीय शासन प्रणाली | Nagrik Shastra ke Siddhant Book/Pustak Pdf Free Download