जहादियो को जन्नत केवल कियामत बाद – Jihadiyo Ko Jannat Book/Pustak Pdf Free Download

पुस्तक का एक मशीनी अंश
प्रारंभ से ही जन्नत इस्लाम का एक मुख्य आकर्षण रहा है जिसको पाने के लिए पिछले कुछ वर्षों से सारे विश्व में आत्मघाती हमलों ने अत्यन्त भयानक और विनाशकारी रूप धारण कर लिया है जिनमें हजारों
निरपराध लोगों की हत्याएँ हो चुकी हैं अकेले भारत में ही जनवरी 2004 से मार्च 2008 तक, ईराक के बाद, सबसे ज्यादा हमले हो चुके हैं जिनमें 3674 व्यक्ति मारे जा चुके हैं। (पायो. 18.5. 2008)इस्लाम के मुल्ला,
मौलवी और कट्टरपंथी मुसलमान भोले-भाले गरीब और अनपढ़ युवकों को ही नहीं, बल्कि पढ़े-लिखों, जैसे-इंजीनियर, डॉक्टर आदि को भी गैर-मुसलमानों के विरुद्ध जिहाद करने के लिए यह कहकर लुभाते हैं
कि यदि वे अल्लाह के लिए जिहाद करते हुए शहीद भी हो गए तो दयालु अल्लाह उन्हें फौरन जन्नत में दाखिल कर देगा। यहाँ उन्हें न केवल अल्लाह के दर्शन होंगे बल्कि अति सुंदरी अनेकों बड़ी-बड़ी आँखों वाली कुंवारी
युवतियों (हूरों) के साथ उनकी शादी करा दी जाएगी और वे उनके साथ जब तक चाहें विषय-भोग के आनंद उठाते रहेंगे। वे वहाँ सदा जवान बने रहेंगे, न कभी बूढ़े होंगे, न बीमार पड़ेंगे। वे जन्नत में रेशमी कपड़ों से सुसज्जित
खूबसूरत युवकों द्वारा परोसी गई विभिन्न प्रकार की मदमाती शराब एवं सैंकड़ों प्रकार के अत्यन्त जायकेदार भोजनों-फलों, मेवों आदि का भी आनंद लेते रहेंगे। इतना ही नहीं, दयालु अल्लाह उन्हें वहाँ अनेक हरों के साथ विषय-भोगों के लिए विशेष
काम-शक्ति भी देगा।इस प्रकार वे न केवल जीवन के सर्वोत्तम उद्देश्य-जन्नत की पूर्ति कर सकेंगे बल्कि शहीद होने पर मरणोत्तर जीवन में भी, सांसारिक लोगों की तरह, यौन सुखों का सदैव आनन्द भी लेते रहेंगे। इतने लुभावने प्रस्तावों को भला कौन पुरूष ठुकरा
लेखक | के.वी. पालीवाल-K.V Paliwal |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 48 |
Pdf साइज़ | 1 MB |
Category | निबंध(Essay) |
जहादियो को जन्नत केवल कियामत बाद – Jihadiyo Ko Jannat Book/Pustak Pdf Free Download