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घाटना चक्र विज्ञान – Ghatna Chakra Science PDF Free Download

घटना चक्र
साधारण यंत्र किसी व्यक्ति की सहायता करता है -कम बल का प्रयोग करके भी उतनी ही मात्रा में काम करने में
एक व्यक्ति एक संवेदनशील (Sensitive) तराजू पर खड़ा है। यदि वह गहरी सांस अंदर लेता है, तो तराजू की रीडिंग -घटेगी
वाशिंग मशीन का कार्य सिद्धांत है। -अपकेंद्रण
प्रक्षालन मशीन की कार्य-प्रणाली का सिद्धांत है। – अपकेंद्रीकरण
विस्थापन, वेग, बल तथा आयतन में से सदिश राशि (Vector) नहीं है -आयतन
समय, चाल, विस्थापन तथा दूरी में से सदिश राशि है -विस्थापन
संवेग, दाब, ऊर्जा तथा कार्य में से सदिश राशि है – संवेग
पदार्थ के संवेग (Momentum) और वेग के अनुपात में जो भौतिकयदि किसी घन के आयतन और पृष्ठ क्षेत्रफल को निरूपित करने वाली द्रव्यमान राशि प्राप्त की जाती है, वह है
बल गुणनफल है -द्रव्यमान और त्वरण का
संख्याएं समान हों, तो उस धन के किनारे की लंबाई माप की इकाई में होगी
ऊर्जा संरक्षण का आशय है कि ऊर्जा का न तो सृजन हो सकता है और न ही विनाश
हवाओं की ऊर्जा होती है केवल गतिज वायु शक्ति (विंड पॉवर) में ऊर्जा का जो रूप विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित होता है, वह है। -गतिज ऊर्जा
एक ट्रेन जैसे ही चलना आरंभ करती है उसमें बैठे हुए यात्री का सिर पीछे की ओर झुक जाता है। इसका कारण है -स्थिरता का जड़त्व
“प्रकाशवोल्टीय प्रक्रिया’ एक प्रौद्योगिकी है, जो कि प्रकाश के विद्युत में प्रत्यक्ष रूपांतरण द्वारा विद्युत जनन करती है, जबकि ‘सौर तापीय प्रक्रिया एक प्रौद्योगिकी है, जो सूर्य की किरणों का उपयोग ताप जनित करने के लिए करती है, जिसका आगे विद्युत जनन प्रक्रिया में उपयोग किया जाता है।
प्रकाशवोल्टीय प्रक्रिया प्रत्यावर्ती धारा (AC) का जनन करती है, जबकि सौर तापीय प्रक्रिया दिष्ट धारा (DC) का जनन करती है। 13. भारत के पास सौर तापीय प्रौद्योगिकी के लिए विनिर्माण आधार है, किंतु प्रकाशवोल्टीय प्रौद्योगिकी के लिए नहीं।
उपर्युक्त कथनों में से सही कथन है/हैं? -केवल 1
सोलर सेल में उपयोग किया जाता है। -सिलिकॉन का
प्रकाशवोल्टीय सेल होते हैं। -सौर सेल
फोटोवोल्टीय सेल संबंधित है -सौर ऊर्जा से
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
नाभिकीय रिएक्टर (Nuclear Reactor) में स्व-पोषित श्रृंखला अभिक्रिया (Self-sustained Chain Reaction) संभव है, क्योंकि
- प्रत्येक विखंडन अभिक्रिया में अपेक्षाकृत अधिक न्यूट्रॉन निर्मुक्त
होते है।
- न्यूट्रॉन विखंडन प्रक्रियाओं में तुरंत हिस्सा लेते हैं।.
- द्रुत न्यूट्रॉन ग्रेफाइट द्वारा धीमे किए जाते हैं।।
- विखंडन प्रक्रियाओं में निर्मुक्त हर न्यूट्रॉन आगे और विखंडन की
शुरुआत करता है।
इन कथनों में से सही कथन हैं।
- 1 और 3
- परमाणु रिएक्टर है
- आणविक भट्टी
- नाभिकीय संलयन रिएक्टरों के विषय में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
वे भारी नाभिकों के विखंडन के सिद्धांत पर कार्य करते हैं।
साधारणतया उनकी टोकनाक डिजाइन होती है।
वे बहुत अधिक तापक्रम पर कार्य करते हैं। इनमें से -केवल l और iii सही हैं
लेखक | – |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 42 |
PDF साइज़ | 15 MB |
Category | Education |
Source/Credits | drive.google.com |
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