35+ हिंदी भजन का संग्रह | Hindi Bhajan Lyrics PDF

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हिंदी भजन संग्रह की यादी – Hindi Bhajan Collection PDF Free Download

प्रभु भक्ति के भजन की यादी

  1. प्रेममुदित मन से कहो
  2. कृष्ण गोविंद गोपाल गाते चलो
  3. हर देश में तू
  4. मनोहर मानी झाकी
  5. मंदिर है यह हमारा
  6. उठ जाग मुसाफिर
  7. इतना सा करना स्वामी
  8. देर भई नंदलाला
  9. यह पुण्य प्रवाह समारा गुण कीटोन आणिले
  10. खरा तो एकचि धर्म
  11. रामजीरो नाव म्हने
  12. उसे इन्सान कहते हैं।
  13. कर प्रणाम तेरे चरणों में
  14. हरिनाम है फुकाचे
  15. सब भार तुम्हार हाथी में
  16. हरि या हरि व्या
  17. श्रीकृष्ण शरण मम
  18. वैष्णव जन तो तेने कहिये
  19. हरि वाजिव गीता मुरली
  20. मन राधे गोविंदाहरि
  21. तू येशील केव्हां हरिड?
  22. मंगलमय नाम तुझे
  23. आपा हरिगुण गावा
  24. मळतो रेजे
  25. सेवा करो स्वयं ने जाणो
  26. श्रीवृन्दावन धाम
  27. राधारमण को
  28. बाजे बाजे रे बधाई
  29. ऐसो रास रच्यी
  30. वैदिक राष्ट्रगीत
  31. है नाथ!
  32. टाई मन तू मेरा,
  33. भगवान मेरी या
  34. सीताराम सीताराम कहिये
  35. मैं नहीं मेरा नहीं

हर देश में तू हर वेश में तू तेरे नाम अनेक तू एक ही है ॥ तेरी रंगभूमि यह विश्व भरा हर खेल में मेले में तू ही तू है

सागर से उठा बादल बनकर बादल से फूटा जल होकर ॥ कहीं नहर बना नदियाँ गहरी तेरे भिन्न प्रकार तू एक ही है

मिट्टी से अणु-परमाणु बना इस दिव्य जगत का रूप लिया || कहीं पर्वत वृक्ष विशाल बना सौंदर्य तेरा तू एक ही है


आस्तिक व्यक्ति के जीवन का एक उद्देश्य ईश्वर से साक्षात्कार भी होता है। वह सारे कामों को करते हुए भी ईश्वर को नहीं भूलता। वह अपने दिनचर्या का कुछ हिस्सा ईश्वर को याद करने में भी देता है। 

भजन क्या है ?

भारतीय संगीत को मुख्य रूप से तीन भागों में विभक्त किया जा सकता है शास्त्रीय संगीत, सुगम संगीत और तीसरा लोक संगीत।

भजन मूल रूप से किसी देवता की प्रशंसा में गाया जाने वाला गीत है जो सुगम संगीत की एक शैली है। हालाँकि भजन शास्त्रीय और लोक संगीत की शैली में भी हो सकता है। इसे प्रायः मंच पर गाया जाता है किन्तु इसे मंदिरों में भी खूब गाया जाता है।

भजन संस्कृत के भजनम या भज से निकला हुआ शब्द है जिसका अर्थ होता है श्रद्धा।

भजन का अर्थ बाँटना भी होता है। दूसरे अन्य अर्थों में यह समर्पण, जुड़ाव, वंदना करना भी होता है। भजन के माध्यम से भक्त अपने देवता से समर्पण महसूस करता है उसकी उपासना करता है वंदना करता है।

लेखक किशोरजी व्यास-Kishorji Vyas
भाषा हिन्दी
कुल पृष्ठ 44
Pdf साइज़18.8 MB
Categoryकाव्य(Poetry)

हिंदी भजन का संग्रह – Hindi Bhajan Collection PDF Free Download

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