अमीर खुसरो की पुस्तक – Amir Khusaro Book Pdf Free Download
पुस्तक का एक मशीनी अंश
शासन-काल देखे । सच तो यह हैं कि उनके अनुभव बड़े महान थे, पर जो कुछ उन्होंने विश्व को दिया वह उससे भी महान है। उनकी राग-रागिनियां, उनकी पहेलिया, उनकी कविताए और उनके श्लिष्ट प्रयोग, शताब्दियों में लाखों
व्यक्तियों को पानदित कर रहे है और प्याज भी उनकी फारसी गजलें, केवल दिल्ली, लखनऊ और हैदराबाद में ही नहीं, बल्कि लाहौर तेहरान प्रौर ताशकंद में भी गायी जाती है।ख सरो जिस दिल्ली में रहे पोर जो उन्हें बहुत ही प्रिय थी,
वास्तव में एक अद्भुत नगरी थी । तेरहवी शताब्दी के अन्न तर एशिया में उसने एक अनूठा स्थान प्राप्त कर लिया था। मच तो यह है कि उस समय सम्पूर्ण जगत में उस जैसा कोई दूसरा नगर था ही नहीं ।
पूर्व के सभी बड़े-बड़े सांस्कृतिक केंद्र-बगदाद, द्वारा, समरकट हिरात प्रोर वलख–गव के सब मस्तिमाली मगोला को हराया नवादा थे। जब तब सिराय प्रोर कराकोरम की पहाडिया स इन खानाबदोश घडनारी का
एक भयावह गिरीह उठना पाधी-तूफान की तरह ण मध्य एसिया पर घर जाता योग अपने पीछे खसरो के पिता प्रमीर मैफुडदीन महमूद, ऐसे ही एक प्रवासी थे । वह तुर्की के लाचीन कबीले के सरदार और भारत में उस समय प्राय
जब यहाँ अल्तमश राज्य कर रहा था । संत्रीचे वह बडे ही प्रतिभासम्पन्न व्यक्ति रहे होगे क्योंकि उनके श्रागमन के तुरंत बाद ही बादशाह ने उन्हें प्रधानी विशेष मंडली में सम्मिलित कर लिया पोर उन्हें सेना में एक महत्वपूर्ण पद भी प्रदान किया।
अमीर स्वमरों की माता भी एक प्रति प्रतिष्ठित वश में संबंध रखती थी। वह गयासुद्दीन बलबन के प्रसिद्ध प्रतिरक्षा मंत्री इमादलमल्क की सुपुत्री थी ।इस प्रकार यह नगरी, सार्वभौम विशिष्टता का केंद्र बन गयी।
लेखक | – |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 28 |
Pdf साइज़ | 2.9 MB |
Category | आत्मकथा(Biography) |
अमीर खुसरो जीवन चरित्र – Amir Khusaro Biography Book Pdf Free Download