राष्ट्रीय शिक्षा नीति | National Policy On Education 1968 PDF

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राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1968 के उद्देश्य – Objectives Of National Policy On Education 1968 PDF Free Download

राष्ट्रीय शिक्षा नीति

शिक्षा एक सतत् प्रक्रिया होने के कारण निरन्तर विकसित व विभिन्नीकृत होती रही तत् है तथा उसका प्रसार क्षेत्र लगातार बढ़ता रहा है।

प्रत्येक राष्ट्र अपनी विशिष्ट सामाजिक-सांस्कृतिक पहचान को स्पष्ट करने व कायम रखने, समकालीन चुनौतियों का सामना करने व राष्ट्रीय जीवन के संवर्धन के लिये अपनी विशिष्ट शिक्षा प्रणाली विकसित करता है।

स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद के भारतीय शिक्षा के इतिहास में 1964 के राष्ट्रीय शिक्षा आयोग 1964-66 तथा 1968 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक था।

इस पर अमल भी होना शुरू हो गया था तथा कई प्रान्तों ने अपने अपने ढंग से 10 + 2 + 3 की शिक्षा संस्थान लागू कर दी थी।

त्रिभाषा सूत्र, प्रान्तों में कृषि व्यवसायिक एवं तकनिकी शिक्षा, विज्ञान शिक्षा और वैज्ञानिक शोधों के लिये विशेष प्रावधान किये जाने लगे थे तथा शिक्षा में सुधार हेतु अन्य कार्यभी शुरू कर दिये गये थे।

परन्तु 1977 में केन्द्र में जनता पार्टी की सरकार बनने पर 10 + 2 + 3 शिक्षा संरचना के स्थान पर 8+4+3 शिक्षा संरचना का विचार आया। जिसके परिणाम स्वरूप कुछ शिक्षाविदों व सांसदों के सहयोग से तत्कालीन केन्द्रीय शिक्षा मंत्री श्री

प्रताप चन्द्र ने एक नई शिक्षा नीति 1979 की घोषणा कर दी। इसे अभी लागु भी नहीं किया गया था कि 1980 में केन्द्र में पुनः कांग्रेस सत्ता में आ गई व पुनः N.P.E… 1968 के अनुपालन पर जोर दिया।

परन्तु इसी बीच इन्दिरा गाँधी की हत्या के बाद राजीव गाँधी के प्रधानमंत्री बनने पर हर क्षेत्र में आन्दोलनकारी कदम उठाने के प्रयास में शिक्षा के पुनर्निरीक्षण व पुनर्गठन प्रक्रिया में तत्कालीन शिक्षा का सर्वेक्षण कराकर इसे शिक्षा के चुनौती नीति सम्बन्धी परिप्रेक्ष्य (Challenge of Education; A Policy Prospective) नामक दस्तावेज 1985 (अगस्त) में प्रकाशित कराया गया।

जिसमें भारतीय शिक्षा की 1951 से 1985 तक की प्रगति यात्रा का सांख्यिकीय विवरण उसकी उपलब्धियों एवं असफलताओं का यर्थाथ चित्रण करते हुए उसके गुण-दोषो का सम्यक विवेचन किया गया है।

इस दस्तावेज पर विश्वव्यापी बहस शुरू हुई और सभी प्रान्तों के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों से सुझाव प्राप्त हुये। केन्द्रीय सरकार ने इन सुझावों के आधार पर एक नई शिक्षा नीति तैयार की और इसे संसद के बजट अधिवेशन 1986 में प्रस्तुत किया।

संसद में प्रस्तुत करने के बाद इसे मई 1986 में पास कराया गया।

यह भारत की पहली ऐसी पहली राष्ट्रीय शिक्षा नीति है, जिसमें नीति के साथ उसके कार्यान्वयन की पूरी योजना प्रस्तुत की गई है और साथ ही इसके लिए पर्याप्त संसाधन जुटाये गये हैं।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 1990 का दस्तावेज (Format of National Education Policy, 1986)

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 का दस्तावेज 11 भागों में विभाजित है, जिसका संक्षिप्त वर्णन निम्न है :

(1) शिक्षा का सार व भूमिका (The Essence and Role of Education) शिक्षा वास्तव में सभी के लिये है। यह बहुमुखी विकास पर आधारित है। शिक्षा

से अर्थव्यवस्था के विभिन्न स्तरों के लिये मानवषक्ति विकसित होती है। यह वह आधार है, जिस पर शोध व विकास की उन्नति होती है।

यह राष्ट्रीय आत्मनिर्भरता की अन्तिम गारंटी है।

शिक्षा का एक कार्य संस्कृति संक्रमण है। यह उन संवेदनशीलताओं तथा प्रत्यक्षीकरण का परिष्कार करती है, जो राष्ट्रीय समंजन वैज्ञानिक स्वभाव मन व आत्मा की स्वतन्त्रता को संभव बनाते हैं व इस प्रकार संविधान में निहित समाजवाद, धर्म-निरपेक्षता तथा प्रजातन्त्र के लक्ष्यों की प्राप्ति सुगम हो जाती है।

इस नवीन शिक्षा नीति में 1968 की प्रथम राष्ट्रीय नीति का अनुसरण किया गया है। इसमें शिक्षा को जीवन से जोड़ने, ग्रामीण क्षेत्र में 90 % लोगों को प्राथमिक शिक्षा की उपलब्धता, शिक्षा की 10 + 2 + 3. की समान संरचना, उच्च शिक्षा में की गई प्रगति, लोकतंत्र के मार्ग की बाधायें, बेरोजगारी व जनसंख्या की चुनौतियाँ तथा अगले दशक के नये तनावों आदि का वर्णन किया गया है।

(2) राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली (National Education System)

शिक्षा की राष्ट्रीय प्रणाली का आशय है किसी निश्चित स्तर तक जाति, पन्थ, स्थान या लिंग के भेदभाव के बिना सभी विद्यार्थियों की एक समान गुणवत्ता वाली शिक्षा तक पहुँच हो।

शिक्षा को सभी के लिये सुलभ बनाने हेतु शिक्षा को राष्ट्रीय लक्ष्य मानते हुये इसे एक ऐसा आर्थिक निवेश कहा गया, जो समाज और व्यक्तियों के वर्तमान तथा भविष्य दोनों का निर्माण करता है।

यह राष्ट्रीय शिक्षा एक समान शैक्षिक संरचना पर विचार करती है। यह राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली राष्ट्रीय पाठ्यक्रम पर आधारित होगी. जिसमें समान मूल (Core) सहित अन्य घटक शामिल होते हैं. जो लचीले होते है।

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भाषा हिन्दी
कुल पृष्ठ 6
PDF साइज़2 MB
CategoryEducation
Source/Creditsdrive.google.com

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