वैदिक विश्व दर्शन – Vedic World Philosophy Book PDF Free Download
वैदिक विश्व दर्शन
वैदिक विश्व-दर्शन एक महत्त्वपूर्ण रचना है। इसके लेखक पं० हरिशंकर जोशी, एम० ए० हैं। इन्होंने बहुत वर्षों तक वैदिक साहित्य का गम्भीर अध्ययन किया है।
उसके फलस्वरूप उन्होंने इस प्रन्य की रचना की इसमें अनेक वैदिक परिभाषाओं की स्पष्ट व्याख्या की गई है। इनके नाम पाठक विषय सूची में देख सकते हैं। वेद-विद्या सृष्टि-विद्या का ही विवेचन है।
वेदार्थ के जिज्ञासु पाठकों को यहाँ अनेक वैदिक परिभाषाओं और प्रतीकों के स्पष्ट विवरण प्राप्त होंगे।श्री जोशी जी वेद और ब्राह्मण दोनों की सामग्री को साथ लेकर चलते हैं।
वेदों के सम्बन्ध में प्राचीन भारतीय पद्धति भी यही थी और इसी का पुनः उद्धार होना चाहिए।हमें इस बात की प्रसन्नता है कि काशी विश्वविद्यालय से यह प्रन्थ प्रकाशित हो रहा है।
भाग १ में लगभग आधा प्रन्थ समाप्त हुआ है। इसका शेषांश भाग २ के रूप में प्रकाशित होगा। हम श्री एन० एच० भगवतो, कुलपति और श्री क्योतिभूषण जी गुप्त, कोषाध्यक्ष के अनुगृहीत हैं
उन्होंने हिन्दू विश्वविद्यालय की विशेषनिधि ‘सरदार कुवर बाइ फण्ड’ के अन्तर्गत इस महत्त्वपूर्ण पन्थ के प्रकाशन की अनुमति और स्वीकृति प्रदान की। यह निधि विशेष संस्कृत प्रन्थों के लिए विश्व विद्यालय को मिली थी।
उसका इस प्रकार सदुपयोग कल्याणकारी है आशा है, इससे प्रन्थ लेखक पं० हरिशंकर जोशी को जो इस समय काशी में ही निवास कर रहे हैं और अन्य सब वैदिक विद्वानों को भी प्रसन्नता होगी ।
काशी विश्वविद्यालय मुद्रण संस्थान के प्रबन्धक श्री लक्ष्मीदास जी, जिन्होंने इस प्रन्थ का धैर्यपूर्वक मुद्रण हमें इस बात की प्रसन्नता है कि काशी विश्वविद्यालय से यह प्रन्थ प्रकाशित हो रहा है।
लेखक | हरिशंकर जोशी-Harishankar Joshi |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 980 |
Pdf साइज़ | 44.7 MB |
Category | साहित्य(Literature) |
वैदिक विश्व दर्शन – Vedic Vishva Darshan Book/Pustak Pdf Free Download