संगीत विशारद | Sangeet Visharad PDF In Hindi

संगीत विशारद – Sangeet Visharad Book/Pustak PDF Free Download

पुस्तकालय और संगीत

संगीतकार और संगीतज्ञ के लिये पुस्तकालय रखना नितांत आवश्यक है, बिना इसके ये दोनों अपनी सांगीतिक प्रवृत्तियों की अभिवृद्धि नहीं कर सकते । प्रत्येक संगीतज्ञ को चाहे वह छोटे ही रूप में क्यों न हो, एक लाइब्रेरी अवश्य रखनी चाहिये । साहित्य और सङ्गीत का घनिष्ट सम्बन्ध है। इन दोनों को अलग-अलग नहीं किया जा सकता ।

जिस सङ्गीत की पृष्ठभूमि में उच्च रचनाऐं, रम्य भावनाऐं, सुन्दर विचार, रंगीन एवं कलात्मक उड़ाने नहीं होतीं, वह सङ्गीत शाश्वत एवं अपूर्व नहीं बन सकता।

इस प्रकार यह किसी पर म गुणावर इवे ालुम दो होढ़न की आ सरव को उसने गुखा कर देने से रचर की खया निमस चारी है।

आा गित वर का गान सरक निकली जाय फितु पहाड़ की दिना पह नहीं निर सकेगी स्योंकि पडना ही सांप स्वरी का आधार है।

चार की कन्या के माप से भी स्वरों का गुच्यावर निमुक आता है बैसे पहन के बार की तम्बा ३४ इन्च है और मण्यम की सम्या ७ व है।

अब हमने इसन गुणान्तर निकाला तो ३६ में २७ मा भाग दिया, इस तुष इस प्रकार খज और मन्यम में ४ ३स या -झस्वणन्तर है अष इसी गुखान्वर या स्वरान्तर को लेकर मध्यम स्वर की प्रान्दोलन सरया मालुम की आवे

तो इस प्रक्ार निक्लेगी ३० क्योंकि पडज फी मानी हई ्यानोलन सर्या है और पडज मध्यम का कजरान्तर । है इसलिये ।

को से गुणा करके आसानी से मध्यम की আन्दोलन समस्या ३० निकल आई । इसी प्रकार पचम की आन्दोलन सख्या निकालने के लिये सा-२६६१, ६-४५च इनका स्परामार दुना पानी इसमे बदन

आन्दोलन साया २४० मे गुणा कर दिया वो ३x-४०-३६० ‘५’ की आन्दोलन सध्या निकल आई। यह तो हुआ स्थलों की कमाई से आन्दोलन सस्या निरासने का नियम ।

अष यद् बताते हैं कि आन्दोलन सरया से स्वरों की लम्राई किस प्रकार निरुतती है आन्दोलन संख्या से लम्बाई निकालना

अगा दो सा की आन्दोलन सरया हमे मालुम दो तो उकी लम्चाई भी निकाली जा सस्ती है और यदि उनमे से एक ही स्थर की सम्पाई मातुम हो तो गुणार (स्परान्तर ) निकाल कर लम्बा मालुम से जायेगी।

इडाहरसर्थ -पडज और मध्यम कौशाम्दोलन सहयात्री से इर्म म पम स्वर को खम्बाई मा तुम ररनी है तो हम परार रेंगे- पटज ” मध्यम ३ इमना गुणान्तर हुआ -इस गुणाम्र का पढ़ज की लम्बाई ३६ इ में भाग दिया गया ३६-१-७इच मभ्यम की लम्बाई निरल आई ।

लेखक वसन्त – Vasant
भाषा हिन्दी
कुल पृष्ठ 224
PDF साइज़ 9.4 MB
Categoryसाहित्य(Literature)

संगीत विशारद – Sangeet Visharad Book/Pustak PDF Free Download

3 thoughts on “संगीत विशारद | Sangeet Visharad PDF In Hindi”

    1. मंगेशजी अभी हमारे पास मराठी version नही है, जैसे ही मिलेगा आपको Link शेर कर देंगे
      धन्यवाद

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!