सामान्य हिंदी – Samanya Hindi Rajpal Singh PDF Free Download

पं० कामताप्रसाद गुरु के हिन्दी व्याकरण के प्रकाशनवर्ष सन् 1911 ई० से हिन्दी व्याकरण के इतिहास के उत्कर्यकाल का प्रारम्भ हुआ उत्कर्ष काल के पूर्व उत्थान काल में जो भी व्याकरण लिखे गये,
उनमें से कुछ को छोड़कर अधिकांश व्याकरण प्रवेशिका कक्षा तक के छात्रों को ध्यान में रखकर लिखे गये थे । इस उत्थान काल का कोई भी व्याकरण सर्वसामान्य नहीं बन सका था, क्योंकि उनमें भाषा के प्रचलित
प्रयोगों के भीतर एकरूपता एवं स्थिरता लाने वाले नियमों का निर्धारण नहीं किया गया था । उत्कर्ष काल के शुरू होने के साथ ही हिन्दी की स्थिति में परिवर्तन हुए ।
गुरु के व्याकरण के कारण हिन्दी को विश्वविद्यालयीय उच्च परीक्षाओं में एक विषय के सूप में स्वीकृत किया गया ।
साथ ही इस व्याकरण से हिन्दी भाषा का एक परिनिष्ठित रूप स्थिर हुआ ।उत्कर्ष काल के वैयाकरणों में पं० कामताप्रदास गुरु का सर्वप्रमुख स्थान है ।
उनका “हिन्दी व्याकरण’ सन् 1921 ई० में नागरीप्रचारिणी सभा, वाराणसी से प्रकाशित हुआ ।
इसके अतिरिक्त पं० गुरु ने ‘भाषा वाक्य पृथकरण’, ‘हिन्दी बालबोध व्याकरण’, ‘सहज हिन्दी रचना की रचना की। उनका हिन्दी व्याकरण, हिन्दी भाषा के उत्थान में एक नये युग का मार्गदर्शक बनकर आया पं० गुरु के अतिरिक्त
शिवनारायण लाल (ए मैनुअल ऑफ हायर हिन्दी ग्रामर ऐण्ड कम्पोजी ज- 1920 ई०, फलकत्ता), अमृतलाल दासगुप्ता ( ‘सहज हिन्दी और हिन्दुस्तानी’ – 1921 ई० ), श्रीनारायण चतुर्वेदी (‘नवीन हिन्दी व्याकरण’ 1924 ई० लखनऊ ), बी० एल०
जैन चैतन्य (बुलन्द शहरी), शिवत्र शास्त्री, देवी प्रसाद वर्मा, शिवनारायण मा, बलदेव प्रसाद और भगवान दीन (सरल हिन्दी व्याकरण 1928 ई० लाहौर),
सुरेश्वर पाठक विद्यालंकार (व्याकरण मरशिवनारायण मा, बलदेव प्रसाद और भगवान दीन (सरल हिन्दी व्याकरण 1928 ई० लाहौर), सुरेश्वर पाठक विद्यालंकार (व्याकरण मर्यक 1929 ई०),
गंगा प्रसाद उपाध्याय, जंगबहादुर मित्र ‘रंजन’, एस० जी० मुहीउद्दीन कादरी (हिन्दुस्तानी फोनेटिक्स’ 1930 ई०), पं०
गिरिजाप्रसाद शर्मा (व्याकरण भूषण-1931 ई०), सत्यप्रकाश (हिन्दी व्याकरण- 1933 ई०, इलाहाबाद), डा० वीरेन्द्र वर्मा एवं डा० बाबूराम सक्सेना (“नवीन हिन्दी व्याकरण’ – 1933 ई०, इलाहाबाद),
लेखक | Rajpal Singh |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 255 |
Pdf साइज़ | 15.1 MB |
Category | साहित्य(Literature) |
यूनिवर्सल सामान्य हिंदी – Samanya Hindi Book/Pustak Pdf Free Download
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