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आदर्श निबंध माला और पत्र लेखन – Ideal Essay Rosary And Letter Writing Book PDF Free Download
पत्र लेखन हिंदी निबंध
इसों ने कपल की फोमल फलियों को हिला हिला कर अपना राग अलापा । शुक और सारिक मी फोयल के स्वर में स्वर मिला कर अपने मधुर स्वर से शानद वर्षा रहे हैं।
अमराइयों में इन्द्र लोक फा भ्रम हो रहा है। घरे । सारी मञ्जु महरी मडित अमराइयां मोरों से लदो पड़ी हैं। प्रकृति का मनोरम का तो तनिक अवलोकन फीजिये कैसा अनुपम दृश्य है ?
वृत्त थोर लतः कुन नो मन को हरण किये ही लेते है वृक्षों को डालो पर फीशमला मन मन फर मचक रहीं है। कदी मयूर वृन्द नाच नाच कर नर्तकियों को मी ला रहे हैं,
कढ़ी पपीहा ‘पीठ पीउ’ की रट लगा रहे है। कदी छोटी-छोटी चिड़िया चहचदा कर वृक्षों को शब्दायमान कर रही है। कहीं हरिय इरिणियों के यूथ के यूथ किलोल कर रहे है।
कही जल मे पक्षी स्नान कर रहे हैं लताच्छादित वनस्पगी की मनोज श्राभा तो चित्त को श्राकर्पित किये ही लेती है। ऐसे रमणीय ऐसे सुचद धार ऐसे मनोहारी दृश्य का देख कर फिस का मन नही मोद सकता।
आइये, तनिक पुण्य पूरित पुष्करणियों का अवलोकन तो कर ल जिये फंसे लाल पीले नाले धीर सफेद कमल खिल रहे हैं जिन के ऊपर मतवाले मेरे मडरा रहे है।
लहराते हुये नीले बल पर हरी सेवार छ ई हुई है। इठलाती हुई नदिया की प्रखर धारा सरोवरों में विचित्र दृश्य उपस्थित फर रदी है। फमलों से भरे सरोवरों में
इस पक्ति घद्ध सड़े किसी के प्रागमन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। भर भर शब्द करते हुये करने लग शान्ति भग कर रहे हैं। उनकी खुदरती हुई पून्हें मोतियों की सुन्दरता को मत कररही है।
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- विपय
- उद्यान के आनन्द
- कर्तव्य पालन
- मधुर भाषण
- वर्तमान योरोपीय युद्ध
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- वर्धा शिक्षा योजना ( बेसिक शिक्षा)
- यू० पी० मे साक्षरता प्रसार और प्रौढ शिक्षा
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लेखक | – |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 374 |
Pdf साइज़ | 5.8 MB |
Category | निबंध(Essay) |
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