हिंदुस्तान का दरजी – Indian Tailoring Book Pdf Free Download

पुस्तक का एक मशीनी अंश
बराबर ४ ० नं० से मं २ तक चोड़ाई में सीधी रेखा छाती को गोलाई का चौथा भाग बराबर ५ ० नं से नं १ तक गर- दन की गो गई का छटा है भाग बराबर पीने दो १६ ई०गं० से] नं ४ तक गरदन का पांच्षा भाग जमा चौथा इ० बरावर सवा दो २ ० नं ४ उसे नं ६ तक छत्तो का चोथा
भाग नफी आधा ह ई० बराबर ४३ ई० नं २ से नं ३ तक कन्धों के ढाल के अनुसार एक ई० फिर नं ४, १, ३, ६, ४ के स्थान से काट कर तीरा तैयार करें। पीठ की ओर का तीरा काटने की रीति (देखो चित्र ने७)
नं से नं ५ तक लम्बाई में सीधी रेखा चित्र नं ६ के तीरे के बराबर : ई० नं ० उसे नं ७ तक ओर नं ५ से नं: तक काज और बटनों के लिये दबा समेत पौना ई० नं ० से नं १ तक गरदन की गोलाई की कथा भाग बरावर पौने दो १३ ई० नं०से नं २ तक छाती की गोलाई का चोथाई भाग वराबर
५ई० नं २ से नं ३ तक कन्धों के ढाल के अनुसार क इञ्च नं ५ से नं ६ तक छाती की गोलाई का चौथा भाग नफी आधा ई बराबर साला चोर ४ ई० फिर नं ७, २, ९,३, ६, ५, ८ के स्वान से काट कर दो टुकड़े तीरे के तैयार क जैसे चित्र नं ७ में प्रमाणित रखायें प्रकट करती है।
अधिक लम्बाई तीरा काटने की रीति ( देखो चित्र नं ८ ) नोट-न ० से ५ तक लम्बाई में सीधी रेखा डाती की गोलाई का चौथा भाग जमा एक ई० बराबर ६ ई. कपड़े को दुरा करके दिखाई गई है, नं ० से २ तक छाती का चौथा
लेखक | देवी चन्द्र-Devi Chandra |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 43 |
Pdf साइज़ | 1.2 MB |
Category | विषय(Subject) |
(भाग 4 फ्राक पिनी फोर)
(भाग 3 पाजामा)
हिंदुस्तान का दरजी – Tailor Of India Book/Pustak Pdf Free Download