भारतीय इतिहास पर टिप्पणियाँ – Commentary On Indian History Book Pdf Free Download
पुस्तक का एक मशीनी अंश
भारत पर महब का पहला आफमण । लाहौर। एक विशाल सेना के साथ महमूद ने मुलेमान पर्वत-माला को पार किया; पेतावर के समीप नाहौर के राजा, जयपाल पर हमला कर दिया; फिर सतलज नदी पार करके भटिण्डा पर उसने कब्जा कर लिया; जयपाल के पुत्र, आनन्दपाल को राजा बनाकर वह गज़नी वापिस लौट गया।
३. महमूद का दूसरा आक्रमण । नाटिया आनन्दपाल ने तो सन्धि की उन शतों का पालन किया था जो उस पर लाद दी गयी थी, किन्तु नाटिया के राजा ने, जिसने खुद नी सन्धि पर दस्तखत किये थे, कर देने से डन्कार कर दिया महमूद ने उस पर हमला कर दिया और उसे ५. महमूद का तीसरा आगमण ।
मुल्तान । मुल्तान के अफगानी शातक, हरा दिया अबुल फतह लोदी ने विवाह कर दिया। खुद ने उसे हरा दिया कोर उससे हरजाना करने के लिए कहा ।
उसकी अनुपस्थिति में, इलेक खाँ ने यामु नदी पार करखे एक बड़ी तातारी सेना के साथ खुरासान पर हमता बोल दिया।
महमूद (नारतीय हाथियों को लेकर ) भजनी से तेजी से रासान दाया और इलेश खा को खदेउकर उसने बुसषारा भगा दिया।०८, महमूद या सीथा आकमण । पंजाय ।
नगरकोट का मन्दिर । भटिंडा के आनन्दपाल ने महमूद के विरुद्ध भारतीय राजाओं को इकट्वा सरके एक शक्तिशाली सेना तैयार कर ली थी।
हिन्दू चावा उटकार लड़े, महमूद ने उन्हें हरा दिया; नगरकोट के मंदिर को उसगे लूट निया।महमूद ने इलेक लो के साथ सन्धि पर सी भोर उसकी बेटी से शादी र ली।
इस कदम के पीछे उसकी योजना यह यी कि भारत पर हमला रने के लिए उस तरफ से वह पूर्णतया माजाद हो जाय ।
लेखक | – |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 211 |
Pdf साइज़ | 3.8 MB |
Category | इतिहास(History) |
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