आधुनिक यूरोप का इतिहास – History of Europe PDF Free Download

फ्रांस क्रांति से पूर्व
सन् १७१९ में दो ऐसी घटनाएं घटीं, जिनका संसार में महत्वपूर्ण स्थान है रहली घटना थी फांस में क्रान्ति का फूटना और दूसरी पी संयुक्तराज्य अमेरिका में संविधान का प्रचलित होना ।
जहाँ दूसरी पटना से संसार में संगठन भोर विस्तार की भावना के युग का पारम्भ हुपा यहा पहली घटना ने विश्व को अव्यवस्था के गतं. में फेंक दिया।
फांस की क्रान्ति के फूटने के साथ-ही- साथ “यूरोप का इतिहास एक राष्ट्र, एक पटना और एक व्यक्ति का इतिहास बन गया। यह राष्ट्र फांस, यह पटना फ्रांस की क्रान्ति पौर वह व्यक्ति नेपोलियन है ।”
इससे पूर्व कि फ्रांस की क्रान्ति के विषय में कुछ कहा जाये, यूरोप की महत्त्वपूर्ण घटना से पूर्व के सूरोप की स्पिति का उल्लेख आवश्यक प्रतीत होता है ।
साधारणतः यह कहा जा सकता है कि तत्कालीन यूरोप की बागडोर रईसों के हाथों में थी। यह बात केवल उन देशों पर ही लाग नहीं होती जहाँ राजायों की शासन-प्रणाली श्री, अपितु उन पर भी लाग होती है जहाँ प्रजातन्त्रात्मक पासन चलता पा ।
वेनिस का प्रजातन्त्र एक विशिष्ट वर्ग द्वारा शासित था। यहीं प्रणाली स्विट्जरलैण्ड में भी चालू भी।
इंगलैपड में भी, जहा संसद् पाक्तिशाली थी, सत्ता जनता की अपेक्षा बड़े जमीदारों के हायों में भी । जनसाधारण का तो कोई मूल्य ही न था।
यही दशा धन्य पूरोपीय देशों मया आस्ट्रिया, हंगरी, प्रशिया, रूस, फांस स्पेन और पोलैण्ड इत्यादि की भी भी । अधिकांश यूरोपीय देशों के शासक स्वेच्छाचारी थे ।
यपि पटारहवीं सदी में उन्हें उदार स्वेच्छाचारी शासक कहा जाता था । जनता को अपने देश के शासन में कोई अधिकार प्राप्त न था । उन्हें व्यक्तिगत स्वतन्त्रता न भी। उनकी प्रत्येक इच्छा शासकों की इच्छा पर
लेखक | विद्याधर-Vidhyadhar |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 708 |
Pdf साइज़ | 37 MB |
Category | इतिहास(History) |
आधुनिक यूरोप का इतिहास – Aadhunik Europe Ka Itihas Book/Pustak Pdf Free Download