योग से प्राप्त शक्तियाँ – Power of Yoga Pdf Free Download
पुस्तक का एक मशीनी अंश
योग के बहुत ही साधारण और नगण्य प्रयोगो से आज संसार में कितने ही भयानक रोगों का इलाज हो रहा है और एक स्थान पर बैठे हुए मानसिक एवं ” आत्मिक शक्ति के द्वारा दूर के रोगियो की चिकित्सा संभव हो गई है।
समय-समय पर योग के चमत्कारो को देखने का अवसर सर्वसाधारण को भी मिलता रहता है, यद्यपि सार्वजनिक प्रदर्शन में रुचि रखनेवाले लोग योग की साधारण कोटि में ही होते हैं ।
अभी कुछ ही साल पहले हठयोगी श्री नृसिंह स्वामी ने कलकत्ता की जनता को अपने आश्चर्यजनक प्रयोगो से चकित कर दिया था ।
कलकत्ता के प्रेसीडेसी कालेज के फीजिक्स यियेटर मे यह प्रदर्शन हुआ था। इस प्रदर्शन का चित्र करते हुए कतकता के एक प्रसिद्ध सर्जन (जो अब तक लगभग सात हजार आप्रेशन कर चुके हैं ) स० बन्योपाध्याय ने श्री श्रण्टन से कहा था- “हम लोगो में काफी वार्षिक आदमी कहां थे और मैंने तो धर्म को जीवन में कमी विशेष महत्व नहीं दिया।
“योगी थियेटर के बीच में खड़े हुए और उनको कालेज की प्रयोगशाला के भाण्डार से कुछ विष लाकर दिये गये । पहले हम लोगों ने उन्हे सलफ्यूरिक एसिड की बोतल दी। उन्होने अपनी हवेली पर थोड़ा-सा एसिड गिराया और जीम से चाट गये।
इसके बाद उनको बहुत तेज कार्बोलिक एसिड दिया गया; उसे भी पहले की भाँति उन्होंने चाट लिया। इसके बाद हमने विख्यात प्राणघातक विष पोटेशियम साइनाइड का प्रयोग किया; पर उसे भी वह अत्यन्त उपेक्षा के साथ निगल गये।
यह बात हमारे विज्ञान की दृष्टि से अविश्वसनीय थी, फिर 1. भी हम आँखो से उसे देख रहे थे। उन्होंने इतना पोटैशियम साइनाइड लिया था कि दूसरे किसी भी आदमी का अन्त अधिक से अधिक तीन मिनट में हो जाता किन्तु यहाँ हमारी ऑलो के
लेखक | रामनाथ सुमन – Ramnath Suman |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 229 |
Pdf साइज़ | 6.5 MB |
Category | स्वास्थ्य(Health) |
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