हिंदी की पहिली पुस्तक – Hindi First Book Pdf Free Download

पुस्तक का एक मशीनी अंश
रेल पेल से देश से भेज है मेरे बेटे उसे घेर ले तेलौ से तेल ले मेले की वेला है बेटे एक सेव के आध सेर बेर दे या पाय का फल है । चाव के दिन धूप का तेज है जैसा गुरु बैमा चैला है संठ बह किस का धन है ।
उस पार पैर फिर इस पार आ । तीन दिन से धूप धूल है। यह जन भाट को जात का ! कुछ जल ला फिर भूमि पर डाल । कुछ दूध ला तब बैठ जा । चुप सा बैठ जा सेज के पास । दैली के पैसे गिन लेना
मेघ का पानी बालू का ढेर एक भूल की बात है बेटी मेरे पास आ ठीक लेन देन कर खेवा लेके पार कर दे तेल से सेर भर मूलौ ला घा ला दे मा बाप की सेवा पेड़ की जड़ मत तोड़ो। कंगाल में मुह न मोड़ उसे भीख दे ।
काठ का गढ़ो और ढोल को मढ़ी । गढ़ से आड़ है और घर से लाड़ जी चौक में भीड़ हो ती लौट आना :पाप से मुंह मोड़। छेड़ छाड़ बुरी बात है।इस को जी तुम ने तोड़ा तो फिर जाड़ो। मेरे पास छ पैसे और कौड़ो हैं।
पढ़ो लिखा तो तुम को ज्ञान होगा।लगगी मे ठेली क्या तुम को इस की शक्ति है। क्रोध मत करो धिक्षार की बात मत बाला । कच्चा फल खाना अच्छा नहीं है हमारी मुक्ति भक्ति क्योंकर होगो क्या करें।
उस रागी के ग्यारह दिन में ज्वार आता है।विच्छू जा डंक मारे तो बड़ा लंश होता है।
लेखक | मॉर्टन जॉन-Morton John |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 32 |
Pdf साइज़ | 1 MB |
Category | Education |
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