अरिहंत सीसीसी | Arihant CCC Book PDF In Hindi

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अरिहंत सीसीसी – Arihant CCC Book PDF Free Download

Arihant CCC Book

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वर्तमान युग में कम्प्यूटर हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चूका है। कम्प्यूटर की विशेषताएँ ही इसको हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान प्रदान करती है। इस लेख में हम कम्प्यूटर की प्रमुख विशेषताओं के साथ ही इसकी सीमाएँ व अनुप्रयोग के बारे में सामान्य जानकारी प्राप्त करेंगे।

कम्प्यूटर की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –

1. गति (Speed) –

किसी मनुष्य द्वारा पूरे वर्ष में किए जाने वाले कार्य को कम्प्यूटर कुछ ही सैकेण्ड में कर सकता है। कम्प्युटर प्रोसेसर की स्पीड को हर्ट्ज (Hz) में मापते हैं।

2. शुद्धता (Accuracy) –

कम्प्युटर की गणनाएँ त्रुटिरहित होती है। कम्प्यूटर को एक बार सही निर्देश देने के बाद वह सारे परिणाम सही देता है। कम्प्युटर कभी गलती नहीं करता है। कम्प्युटर से प्राप्त परिणामों में होने वाली गलतियाँ मानवीय गलतियों के कारण, कम्प्यूटर में खराबी आने से या वायरस आ जाने से भी वह गलत परिणाम निकाल सकता है।

3. सक्षमता (Diligency) –

कम्प्युटर कार्य करते-करते कभी भी थकता नहीं है तथा निरंतर कई घंटे कार्य करने के बाद भी उसी एकाग्रता व गति के साथ कार्य करता रहता है।

4. स्मरण शक्ति (Power of Remembering) –

कम्प्युटर में भी मानव मस्तिष्क की तरह स्मरण शक्ति होती हैं, जिसमें लाखों-करोड़ों आँकड़े (Data) संग्रह करके रख सकते हैं। आवश्यकतानुसार इन आँकड़ों को कभी भी फिर से देखा जा सकता है।

5. व्यापक उपयोगिता (Versatility) –

कम्प्यूटर की सहायता से कई प्रकार के कार्य संपन्न किए जा सकते हैं। आधुनिक कम्प्यूटरों में अलग-अलग तरह के कार्य एक साथ करने की क्षमता होती है।

6. स्वचालित (Automatic) –

कम्प्युटर में स्वचालन का गुण होने से इसके प्रयोग से मानव श्रम एवं समय की बचत होती है। हालांकि कम्प्युटर को कार्य करने के निर्देश मनुष्य द्वारा ही दिए जाते हैं, लेकिन एक बार आदेश देने के बाद वह बिना रुके कार्य कर सकता है।

7. संग्रह क्षमता (Storage Capacity) –

कम्य्पूटर की संग्रह क्षमता बहुत अधिक होती है। कम्प्युटर के बाह्य (External) तथा आतंरिक (Internal) संग्रहण माध्यमों में असीमित डाटा और सूचनाओं का संग्रहण किया जा सकता है। कम्प्युटर में सूचनाएँ कम स्थान घेरती हैं, जिससे कम्प्युटर भण्डारण क्षमता विशाल और असीमित होती है।

8. पुनरावृत्ति (Repetition) –

कम्प्युटर को आदेश देकर एक ही तरह के कार्य बार-बार समान विश्वसनीयता और तीव्रता से कराये जा सकते हैं।

कम्प्यूटर के अनुप्रयोग (Applications of Computer)

कम्प्यूटर की विशेषताएँ व सीमाएँ जानने के बाद अब देखते है कि इसका हमारे जीवन में कहाँ-कहाँ उपयोग होता है और हमारा काम आसान बनाता है।

कम्प्यूटर के अनुप्रयोग निम्नलिखित हैं –

1. डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) –

बड़ी मात्रा में विशाल सांख्यिकीय डाटा से सूचना तैयार करने में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जा रहा है।जनगणना, सांख्यिकीय विश्लेषण, परीक्षाओं के परिणाम आदि में इसका प्रयोग किया जा रहा है।

2. सूचनाओं का आदान-प्रदान (Exchange of Information) –

भण्डारण की विभिन्न पद्धतियों के विकास और कम स्थान घेरने के कारण ये सूचनाओं के आदान-प्रदान के बेहतर माध्यम साबित हो रहे हैं।

3. वैज्ञानिक अनुसंधान (Scientific Research) –

विज्ञान के जटिल रहस्यों को सुलझाने में कम्प्युटर की सहायता ली जा रही है। कम्प्यूटर में परिस्थितियों का उचित आकलन भी किया जाता है।

4. रेलवे और वायुयान आरक्षण (Railway and Airlines Reservation) –

कम्प्युटर के द्वारा किसी भी स्थान से अन्य स्थानों के रेलवे और वायुयान के टिकट लिए जा सकते हैं तथा इसमें गलती की संभावना भी नगण्य है।

5. बैंकिंग (Banking) –

कम्प्युटर की सहायता से बैंकिंग क्षेत्र में क्रांति ला दी है। एटीएम तथा ऑनलाइन बैंकिंग, चेक के भुगतान, रुपया गिनना तथा पासबुक इंट्री में कम्प्युटर का उपयोग किया जा रहा है।

6. चिकित्सा (Medicine) –

शरीर के अंदर के रोगों का पता लगाने, उनका विश्लेषण और निदान में कम्प्युटर का विस्तृत प्रयोग हो रहा है। सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे तथा विभिन्न जाँच में कम्प्युटर का प्रयोग हो रहा है।

7. रक्षा (Defence) –

रक्षा अनुसंधान, वायुयान नियन्त्रण, मिसाइल, रडार आदि में कम्प्युटर का उपयोग किया जा रहा है।

8. संचार (Communication) –

वर्तमान संचार व्यवस्था कम्प्युटर के प्रयोग के बिना संभव नहीं है। टेलीफोन और इंटरनेट ने संचार क्रांति को जन्म दिया है।

9. मनोरंजन –

सिनेमा,टेलीविजन के कार्यक्रम, वीडियो गेम में कम्प्युटर का प्रयोग कर प्रभावी मनोरंजन प्रस्तुत किया जा रहा है। इनके अलावा शिक्षा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, उद्योग व व्यापार, प्रकाशन, डिजिटल पुस्तकालय आदि में भी कम्प्युटर का अनुप्रयोग होता है।

कम्प्यूटर की सीमाएं (Limitations of Computer) –

उपरोक्त बिंदुओं के अनुसार हमने देखा की कम्प्यूटर की कई विशेषताएँ है। बहुत सी विशेषताएँ होने के बावजूद कम्प्यूटर की कुछ सीमाएँ भी हैं, जो निम्नलिखित हैं –

1. बुद्धिहीन (Brainless) –

कम्प्युटर में सोचने व समझने की क्षमता नहीं होती है। यह केवल दिए गए दिशा-निर्देशों के अंदर ही कार्य कर सकता है।

2. खर्चीला (Expensive) –

कम्प्युटर के हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर काफी महंगे होते हैं तथा इन्हें समय-समय पर आवश्यकतानुसार बदलना भी पड़ता हैं।

3. वायरस का खतरा (Virus threat) –

कम्प्युटर में वायरस का खतरा बना रहता है जो सूचना और निर्देशों को दूषित या समाप्त कर सकता है।

Language Hindi
No. of Pages186
PDF Size2 MB
CategoryComputer
Source/CreditsDrive.com

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